सुन भई चाचा अरे हाँ भतीजा...
सुन भई चाचा अरे हाँ भतीजा... पृथ्वी अंडाकार है, लेकिन कहते है दुनिया गोल है और यह जब अपनी धुरी पर घूम रही है तो कोई हिस्सा सूर्य के प्रकाश की जद में आने से बच नहीं सकता, यानी सच देर सबेर सूर्य के प्रकाश के दायरे में आकर अपनी स्थिति को उजागर कर हीं देता है, तब महाराष्ट्र की राजनीति में चाचा भतीजा के सच भी सबके सामने देर सबेर आ ही जायेगा । लेकिन मुंबईया फिल्म वालोँ को इस बात का पता पहले से ही था कि चाचा-भतीजा भी मिलकर खूब खेल खेलते हैं इसलिए चार-दशक पहले ही उन्होंने इस पर एक फिल्म बना ली थी 'चाचा-भतीजा। इसका एक गाना तब बेहद ही हिट हुआ और लोगों की जुबान पर चढ़ गया था। “बुरा काम का बुरा नतीचा...सुन भई चाचा अरे हाँ भतीजा। यह गीत एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर गाया जा रहा है। " अब बुरा काम का बुरा नतीजा तो सभी गा रहें हैं और सब अपने अपने ढंग से गा रहें हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि ज़्यादातर लोग यह गाना देश की सत्ता पर बैठे लोगों के लिए गा रहे हैं, फिर चाचा भतीजा के लिए तो गाया ही जा सकता है। लेकिन जब धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर अँधे हो चुके लोगों को झूठ बोलना पाप है