अब भी गांधी से खौफ खाती मोदी सत्ता ...
केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के सपूत “ गोडसे”
यानी अब भी गांधी से खौफ खाती मोदी सत्ता
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में दौरे पर आए मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को भारत का सपूत बता दिया । गिरिराज सिंह के इस बयान ने न केवल राजनीति को गरमा दिया बल्कि मोदी सरकार के मन में गांधी को लेकर बैठे डर को बाहर ला दिया। सरकार ने नाथूराम गोडसे बता दिया।
आखिर मोदी सरकार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ या भारतीय जनता पार्टी "महात्मा गांधी मे इतना डरते क्यों है पर बताए इससे पहले हम बता दें कि गिरिराज सिंह के इस बयान पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सीधे मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा किगिरीराज सिंह को मंत्री मंडल से बर्खास्त करना चाहिए । यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा नहीं करते हैं तो वे गांधी प्रतिमा पर फूल चढ़ाने की नौटंकी बंद कर दें।
गिरीराज सिंह के इस बयान से छत्तीसगढ़ में ही नहीं देश की राजनीति में उबाल आ गया है ।
बिहार में नितिश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तो यहां तक कह दिया कि गोडसे जैसा व्यक्ति यदि भारत माँ का बेटा है तो विरप्पन, दाउद, विजय माल्या, चंबल के डाकू जैसे लोग भी भाजपा के लिए भारत माँ के सपूत हैं। ये सभी भाजपा के प्यारे हो सकते है लेकिन भारत माँ का कोई सपूत है तो वे मंगल पांडे, अश्फ़ाक उल्लाह हैं भगत सिंह, बिस्मिल हैं।
जबकि तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौग़त राय ने कह दिया कि यह साम्प्रदायिक टिप्पणी है।
हालांकि इस मामले में भाजपा की टिप्पणी नहीं आई है। इससे पहले भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर की रिप्पणी पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि वे प्रज्ञा को कभी माफ़ नहीं करेंगे।
लेकिन सच तो यह है किं महात्मा गांधी को लेकर मोदी सरकार और भाजपा का रवैया नया नहीं है। दरअसल महात्मा गांधी से यह एक तरह का डर है कहा जाय तो गलत नहीं होगा। महात्मा गांधी से आख़िर
संघ, भाजपा या कट्टर पंथी क्यों डरते हैं,यह सवाल आज के दौर में इसलिए महत्वपूर्ण हो चला है क्योकि महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोडसे ने इसलिए की थी क्योंकि गांधी से गोडसे डरता था | महात्मा गांधी किसी से नहीं डरते थे इसलिए जब उनके प्रार्थना सभा मैं बम विस्फोट होने के बाद सरदार पटेल ने उनकी सुरक्षा में सादे वर्दी में पुलिस लगा दी तो उन्होंने पटेल को बुलाकर हटाने कह दिया । सादा जीवन, प्रकृति प्रेमी, सत्य और मानवीयता ये गांधी की पहचान है और यही पहचान उन लोगों को डराता है जो मनुष्य की बराबरी मे विश्वास नहीं करते, नस्ल-जाति और धर्म के नाम पर अपने को श्रेष्ठ कहते है और समाज को तोड़ते हैं। समाज में घृणा फैलाते है
गांधी से सब डरते हैं इसलिए उनकी हत्या के बाद भी उनकी हत्या होते रहती है , वें कौन लोग हैं किस विचारधारा के है समझने के लिए इतिहास में झांकने की जरूरत है ।
जब महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वाधीनता संघर्ष चल रहा था | तब सब तरह के साम्प्रदायिक संगठन, कट्टर पंथी अपने लिए अंग्रेजों से सुविधा माँग रहे थे तब से गांधी जी से नाराज थे क्योंकि गांधी जी अंग्रेजी हुकूमत को हटाने में लगे थे जबकि वर्तमान में जो गांधी की आलोचना करते हैं उनके मात-पितृ संगठन अंगरेजो से पेंशन सहित दूसरे विशिष्ट लाभ उठा रहे थे।
पूरी दुनिया गांधी जी से प्रेरणा लेती रही है और ले रही है। अमेरिका में मार्टिन लूथर लिंग ने गांधी से प्रेरित होकर अश्वेतों को बराबरी का 'दर्जा दिलाने संघर्ष किया, उन्हें भी मार डाला गया , उनकी पत्नी कोरेटा ने उनके शव को गांधी जी के चित्र के सामने रखकर कहा-हे गुरु आपका शिष्य आपकी राह पर चलकर शहीद हो गया।
लेकिन साम्प्रदायिक और कट्टरपंथी यह बात न मानेंगे न समझेगे क्योंकि उनकी संकीर्णता वादी विचारधारा में गांधी सबसे बड़े रोड़ा है और वे अब भी गांधी से खौफ खाते हैं इसलिए कभी शकुन पाण्डे, प्रज्ञा ठाकुर तो कभी गिरिराज सिंह का चेहरा सामने का जाता है । लेकिन सिंह अब भी मंत्री बने हुए प्रज्ञा ठाकुर को 'माफ नहीं करने वाले ताकतवर प्रधानमंत्री गिरिराज सिंह के सामने मौन है और आगे भी चलता रहेगा लेकिन सत्य और मानव प्रेम की धारा गांधी को जीवित रखेगी ।
https://youtu.be/jvFDRnxlKYk
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